वायरल न्यूज : हाल ही में नामीबिया से भारत चीतों को लाया गया था. इन्हें 17 सितंबर को पीएम मोदी जी ने कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा है. इस मौके पर उन्होंने स्वयं चीतों की कुछ तस्वीरें भी खींची थी. मोदी जी की तस्वीरे लेते हुए की फोटो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई है, आप सबने जरूर देखी होगी.
इस फोटो में दिखाया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कैमरे से रस्वीर ले रहे हैं, लेकिन कैमरे का लेंस कवर यानी ढक्कन लगा हुआ है. पीएम मोदी जी की इस तस्वीर को कई विपक्ष पार्टी के नेताओं ने भी शेयर किया है. कांग्रेस विधायक विरेंद्र चौधरी ने इस फोटो को शेयर करते हुए लिखा कि, ऐसे बंद कैमरे से फोटो कौन खींचता है भाई.
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न्यूज-सच:-
ये हमें झूठ लगा, क्योंकि ऐसी गलती होना नामुमकिन, भूलवश हो भी तो पीएम के साथ एक पूरी टीम होती है, जो हर बात का ख्याल रखती है. हमने इसके बारे में जानने की कोशिश की और google reverse image search से जब इसे खंगाला गया तो इसकी रियल फोटो हमारे हाथ लगी. साथ ही इस इससे जुड़ी न्यूज़ को indianexpress ने कवर किया था, हमने वहां भी देखा. इससे हमें ओरिजिनल फोटो मिल गई.
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हमारे माननीय प्रधान मंत्री 17 सितंबर अपने बर्थडे के दिन नामीबिया से लाए गये चीतों को कूनो नेशनल पार्क,मध्यप्रदेश में स्वतंत्र छोड़ दिया. मोदी जी ने 2 चीतों को बॉक्स खोलकर क्वारैंटाइन बाड़े में छोड़ दिया. जब छीटें बॉक्स से बहार आए तो मोदी जी ने तालियाँ बजाकर उनका अभिवादन किया. इस मौके पर उन्होंने कुछ बेहतरीन तस्वीरे भी लीं.
इस पूरे कार्यक्रम का एक विडियो मोदी जी के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर भी है, जिसे देखने पर भी आप इसका सच जान सकते हैं.
- 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के मौके पर नामीबिया से लाए गए चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में आजाद किया। उन्होंने बॉक्स खोलकर 2 चीतों को क्वारैंटाइन बाड़े में छोड़ा।
- चीतों के बॉक्स से बाहर आते ही पीएम मोदी ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया और उनकी कुछ तस्वीरें भी खीचीं।
- पड़ताल के दौरान हमें पीएम मोदी के इस कार्यक्रम का पूरा वीडियो उनके ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर मिला।
पीम मोदी के इस वायरल फोटो और विडियो में देखने पर पता चला कि ये वायरल तस्वीर एडिट की हुई है. इस विडियो में देखा जा सकता है कि उनके हाथ में जो कैमरा है, उसके उप्र्लेंस कवर नहीं है.
इस तरह ये वायरल हो रही ये तस्वीर फेक साबित होती है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही न्यूज़ एकदम से सच ना मानें, गूगल पर सर्च कर थोडा बहुत उसके बारेमे जानने का प्रयास करें.
फेक न्यूज़ को बढ़ावा ना दे, इन्हें रोकें. ये हमारे और देश के लिए खतरनाक हो सकती है. कभी-कभी आप अनजाने में किसी उग्र न्यूज़ को बढ़ावा देते हैं जो फेक हो सकती है.
Source : BhaskarNews
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