aasman me taro ki train | आसमान में तारों की ट्रेन | aasman me train | तारों की ट्रेन | satellite train in the sky | आसमान में तारों की ट्रेन क्या है | aasman mein taron ki train
02 फरवरी गुरुवार शाम को करीब 7.00 से 7.30 बजे के बीच कई जगह फिर से आसमान में तारों की ट्रेन देखी गई है. इसे पहले भी कई बार अलग-अलग जगह देखा जा चुका है.
कई राज्यों में शाम के समय आसमान में एक विचित्र रोशनी की कतार देखी गई है. रोशनी ऐसे लग रही थी जैसे कई तारे एक ट्रेन की तरह चल रहे हों. लोगों ने इस घटना की फोटो और विडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए हैं. आइये जानते हैं, इस रोशनी ट्रेन के पीछे का सच. इसे पिछले वर्ष सितम्बर, 2022 में भी देखा गया था.
इसे भी पढ़ें:- [Win ₹10,000] Zupee app download
लोगों ने इसे देखने के बाद बहुत सी अलग-अलग तरह की अफवाहों को फैला दिया.जब इसके बारे में पड़ताल की गई तो पता चला, स्पेसएक्स नामक कंपनी ने स्टारलिंक इन्टरनेट सैटेलाइट को राकेट के माध्यम से छोड़ा था. इन सैटेलाइट पर सोलर पैनल लगे हुए हैं, जो स्पेस में सूर्य की रोशनी के कारण चमक रहे हैं. हमनें इन्हीं सोलर पैनल को चमकते हुए देखा है. इन्हें 46 से 60 की संख्या में एक साथ छोड़ा जाता है, इसलिए ये ट्रेन की तरह नजर आते हैं. आगे जब भी फिर से छोड़े जायेंगे, ये नजारा आपको फिर से देखने को मिल सकता है.
इसे भी पढ़ें:- एसबीआई बैंक क्रेडिट कार्ड अप्लाई करें
ट्रेन की तरह दिखने के पीछे की वजह (स्टारलिंक 51 सैटेलाइट ट्रेन)
स्टारलिंक के सैटेलाइट को राकेट द्वारा 46 से 60 की संख्या में छोड़ा जाता है. छोड़ने के बाद जब ये स्टारलिंक सैटेलाइट्स अपनी आर्बिट में जाते हुए कुछ ऐसे दिखाई देते हैं. ऑर्बिट में पहुंचने के बाद ये अपने-अपने तय स्थान पर चले जायेंगे. हर सैटेलाइट पर सोलर पैनल लगे हुए है, जो सूर्य की किरणों से प्रकाशित होते हैं. ये हमें तारे के जैसे दिखते हैं यानी स्टारलिंक सैटेलाइट ट्रेन (तारों की ट्रेन).

एलोन मस्क की कंपनी है, SpaceX का स्टारलिंक सैटेलाइट
स्पेसएक्स कंपनी एलोन मस्क की है, जो दुनिया को सबसे अधिक गति वाला इन्टरनेट देना चाहते हैं. स्टारलिंक स्पेसएक्स के एक उपग्रह नेटवर्क का नाम है, जो विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों के लिए हाई-स्पीड इंटरनेट एक्सेस के लिए ब्रॉडबैंड कवरेज प्रदान करेगा.
जब स्पेसएक्स की साइट पर जाकर देखा तो पता चला, SpaceX के द्वारा फाल्कन -9 राकेट द्वारा 53 स्टारलिंक सैटेलाइट छोड़े गए थे. पृथ्वी की कक्षा में थोड़ी थोड़ी दूरी पर छोड़े गए सैटेलाइट देखने पर तारों की ट्रेन जैसे लग रहे थे.
स्पेसएक्स कम्पनी द्वारा सैटेलाइट के माध्यम से इंटनेट की सुविधा दी जाती है. पूर्व में इस कंपनी द्वारा ब्रिटेन युद्ध के दौरान सैटेलाइट इंटरनेट सुविधा प्रदान की गई थी. वर्तमान में कम्पनी की सुविधाएं कई बड़े देशो में हैं. युद्ध के समय इंटरनेट की व्यवस्था देने के लिए कम्पनी का काफी नाम है.
स्टारलिंक इन्टरनेट
स्टारलिंक स्पेसएक्स द्वारा संचालित एक उपग्रह इंटरनेट नेटवर्क है, जो बहुत से देशों को उपग्रह इंटरनेट कवरेज प्रदान करता है. इसकी स्पीड सामान्य इन्टरनेट से काफी तेज होती है और ये सभी क्षेत्र में आसानी से उपलब्ध होगा. वर्तमान में ग्रामीण इलाकों में इन्टरनेट सेवाकी कमी है. इसके विकसित होने के बाद हर क्षेत्र में पर्याप्त इन्टरनेट स्पीड मिल पायेगी. इसका उद्देश्य 2023 के बाद उपग्रह व्यक्तिगत संचार सेवा के साथ वैश्विक कवरेज करना भी है. स्पेसएक्स ने 2019 में स्टारलिंक उपग्रहों को लॉन्च करना शुरू किया.
इन्हें भी पढ़ें:-